उज्जैनप्रकाश त्रिवेदी की कलम सेमध्य प्रदेश

फिर सक्रीय हो रही है,उमा भारती की जनशक्ति पार्टी।

उज्जैन। उमा भारती की भारतीय जनशक्ति पार्टी फिर सक्रीय होने जा रही है। हालांकि उमा भारती ने भाजपा में पुनःवापसी के बाद इसका स्वतः विघटन कर इसके भाजपा मे विलय की घोषणा कर दी थी। जनशक्ति के संगठन मंत्री रहे यशवंत अग्निहोत्री इस विलय को वैधानिक नहीं मानते है,उनके अनुसार उमा जी ने विघटन किया था विलय कानून सम्मत नहीं है।अग्निहोत्री का उमाजी से मोहभंग हो गया है वे पूरी ताकत से भारतीय जनशक्ति को पुनः मध्य प्रदेश में खड़ा करना चाहते है।

गौरतलब है कि हुबली प्रकरण के बाद भाजपा छोड़कर उमा भारती ने 30 अप्रैल 2006 को उज्जैन में भारतीय जनशक्ति की स्थापना की थी।2008 के चुनाव में जनशक्ति का प्रदर्शन ठीकठाक था।
बाद में गंगा में बहुत पानी बह गया और उमा भारती मध्यप्रदेश से उत्तरप्रदेश की राजनीति में सक्रिय हो गई। गाहे बगाहे उनका प्रदेश प्रेम सामने आता रहा पर जनशक्ति में उनके साथ चले कई निष्ठावान कार्यकर्त्ता ठगा हुआ महसूस करने लगे। कुछ येन केन प्रकारेण भाजपा में खप गए।
भारतीय जनशक्ति के संगठन मंत्री रहे युवा वकील यशवंत अग्निहोत्री अब फिर से जनशक्ति को जिलाने में लगे है वे उस समय पार्टी से जुड़े 50 हजार कर्तकर्ताओ से सीधा संपर्क कर रहे है। चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटा रहे है।
हॉल ही में शिवरात्रि को उमा भारती और कभी उनके पट्ट शिष्य रहे कैलाश विजयवर्गीय द्वारा महाकाल मंदिर में जबरन गर्भ गृह में जाने को लेकर अग्निहोत्री ने प्रशासन को कानूनी नोटिस भी दिया है।
बहरहाल कांग्रेस की दाल पतली है ,छत्तीसगढ़ में अजित जोगी ने तीसरा विकल्प बना लिया है मध्यप्रदेश में क्या भारतीय जनशक्ति का पुनरोदय तीसरी ताकत बन पाएगा? यह प्रश्न जबाब तलाश रहा है।

प्रकाश त्रिवेदी@samacharline.com